- नागपंचमी पर पूजे गए नागदेवता, सुने पड़े अखाड़े
- खत्म हो रहा त्योहारों का उत्साह, परंपराओं से युवा पीढ़ी की वेखबर
- ग्रामीण इलाकों में नाग देवता को चढ़ाया गया दूध लावा
भदोही, 29 जुलाई। (डे समाचार) भदोही जनपद में पूरे हर्ष एवं उत्साह के साथ नागपंचमी का त्यौहार मनाया जा रहा है। सुबह लोगों ने नाग देवता को दूध-लावा चढ़ा कर पूजा अर्चना किया। इस दौरान जगह-जगह मेले का आयोजन किया गया। शिवालयों में भी भक्तों की भीड़ देखी गईं
नागपंचमी के त्योहार पर गुलजार रहने वाले अखाड़े खाली और वीरान दिखे। कुश्ती दंगल जैसा आयोजन कम देखने को मिला। बदलते दौर में कुश्ती दंगल, ऊंची कूद, कबड्डी जैसे खेल अब नहीं दिखते हैं। युवा पीढ़ी का अब इस तरफ कोई रुझान ही नहीं दिखती है। गांव से लेकर शहरों तक में पुरानी परंपरा विलुप्त होती चली जा रही है। तीज,त्योहारों पर उत्सव सिर्फ औपचारिकता रह गए हैं। पुरानी परंपराएं सिमटने के कगार पर हैं। क्योंकि इन उत्सवों को जीने वाली पीढ़ी धीरे-धीरे खात्मे में की ओर है।
नाग पंचमी के दिन जनपद के शिवालयों में काफी भीड़भाड़ देखी गई सेमराधनाथ, बाबा हरिहरनाथ ज्ञानपुर, तिलेश्वर महादेव, बड़े शिव मंदिर गोपीगंज में श्रद्धालुओं ने सुबह-सुबह स्नान कर नाग देवता की पूजा अर्चना किया। इस दौरान ग्रामीण इलाकों में महिलाओं ने तालाबों और घरों में नाग देवता को दूध लाव चढ़ाया।