सरकारी दफ्तरों में बैठकर योजनाओं की समीक्षा न करें अफसर : अरविंद शर्मा
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अभोली ब्लॉक की जमीनी हकीकत जानने पहुंचे प्रभारी मंत्री
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निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दुर्गागंज का निरीक्षण कर जल्द ही शुभारम्भ करने का दिया निर्देश
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गौ-सेवा को आमदनी से जोड़ने और जैविक खेती पर दिया जोर’
डे समाचार डेस्क, भदोही
भदोही 01 नवम्बर। नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री तथा भदोही के प्रभारी मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने शनिवार को अभोली में ब्लाक प्रमुख, ग्राम प्रधानों व अधिकारियों के साथ बैठक कर विकास योजनाओं की जमीनी हकीकत जानी। उनका यह दौरा पूरी तरह से जनसंपर्क और जमीनी हकीकत को समझने पर केंद्रित रहा।
अभोली ब्लाक परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरणीय संचेतना का संदेश देते हुए उपस्थित जनमानस को पर्यावरण के प्रति जागरूक किया। इस दौरान उन्होंने संबंधित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों से योजनाओं की वास्तविक प्रगति का जायजा लिया और शासन की नीतियों को धरातल पर उतरने का निर्देश दिया। मंत्री शर्मा ने कहा कि सरकारी दफ्तरों में बैठकर योजनाओं की समीक्षा करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि असली जिम्मेदारी है गांवों में जाकर उनकी वास्तविक स्थिति को समझना और जनता से संवाद करना।

शर्मा ने कहा कि आज की सरकार जनता के विश्वास पर चलने वाली सरकार है, इसलिए भ्रष्टाचार, लापरवाही या उदासीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि वे केवल रिपोर्ट और मीटिंगों तक सीमित न रहें, बल्कि गांवों में जाकर विकास कार्यों की हकीकत देखें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, वृद्धावस्था व दिव्यांगजन, पेंशन योजनाएं, मनरेगा और अन्य जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को इस तरह लागू किया जाए कि गांव का हर परिवार सरकार की योजनाओं से जुड़ा महसूस करे। उन्होंने उपर्युक्त योजनओं से सम्बन्धित विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया कि गॉव में कैम्प लगाकर लाभार्थियों को योजनाओं से संतृप्त करें।
’दुर्गागंज में निर्माणाधीन सीएचसी का निरीक्षण, समयबद्ध गुणवत्तापूर्ण निर्माण पर बल’ बैठक के बाद मंत्री श्री शर्मा ने निर्माणाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी), दुर्गागंज का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्माण की प्रगति, उपयोग की जा रही सामग्री की गुणवत्ता और श्रमिकों की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यह निर्माण कार्य समयबद्ध रूप से और उच्च गुणवत्ता मानकों के साथ पूरी की जाए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाएं ग्रामीण जीवन का आधार हैं, इसलिए अस्पतालों में स्वच्छता, औषधि उपलब्धता और चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित होनी चाहिए।
शर्मा ने कहा कि सीएचसी केवल इलाज का केंद्र नहीं, बल्कि ग्रामीण स्वास्थ्य जागरूकता का केंद्र भी होना चाहिए। उन्होंने निर्देश दिए कि स्वास्थ्य विभाग नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर आयोजित करे, जिससे ग्रामीणों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ पोषण, स्वच्छता और रोग-निवारण के बारे में जानकारी मिले। उन्होंने बताया कि दिसम्बर के अन्त तक इसका शुभारम्भ कर जनता को समर्पित कर दिया जायेगा, और जल्द ही क्षेत्रवासियों को उत्तम चिकित्सकीय सुविधाएं प्राप्त होगा।
मंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र की असली ताकत खेती और पशुपालन है। उन्होंने कहा कि पशुपालन केवल गौ-सेवा नहीं, बल्कि किसानों के लिए आय का महत्वपूर्ण साधन है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि हर गांव में पशुपालन और दुग्ध उत्पादन को प्रोत्साहित किया जाए, ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। उन्होंने किसानों से जैविक खेती को अपनाने की अपील की। उन्होंने पराम्परागत उद्यम में मूल्य सर्म्वधन करने वाली प्रक्रियाएं जैसे स्थानीय सब्जियों को खाड़ी देशों में निर्यात, वाराणसी स्थित अमूल्य/बनास डेयरी कम्पनी पर दूध पहुॅचाने हेतु स्थानीय दूध संग्रह केन्द्रो की व्यवस्था करना, जनपद में प्रवाहित वरूणा नदी के किनारे स्वत उगने वाले घास खस से इत्र बनाना, दन ड्रेगनफूड व फूलों की खेती को बढ़ावा देना आदि पर प्रेरित व प्रोत्साहित किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष अनिरुद्ध त्रिपाठी, ब्लॉक प्रमुख अभोली प्रियंका बिंद, पूर्व विधायक रविंद्र त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी बाल गोविंद शुक्ल और दूसरे लोग उपस्थित रहे।

